Jul 01, 2024 | Women Empowerment | Daily Report |
Women Empowerment | News Count (8) | |
1 | Non-Governmental Schemes -> Schemes By Corporates | 1 |
2 | Government Schemes for women -> Schemes for Women Employment | 1 |
3 | Women In Services -> Women In Sports | 1 |
4 | Women In Services -> Women In Politics / Panchayat | 1 |
5 | First Women -> First of her kind | 1 |
6 | Startups and innovations by women -> Startups by Women | 3 |
1. झारखण्ड के गुवा के नुईया गांव व बरायबुरु गांव में मशरूम का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं
- रांची में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TSLPL) के प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद महिलाओं ने पहले सीजन में 500 किलोग्राम ऑयस्टर और मिल्की मशरूम का उत्पादन किया। बाजार में इसकी मांग 200-300 रुपये प्रति किलोग्राम है।
- सभी आवश्यक उपकरणों और उपकरणों के साथ बुनियादी ढांचे के रूप में, स्वयं सहायता समूहों को 500 वर्ग फीट शेड क्षेत्र और अन्य को मशरूम की खेती के लिए 300 वर्ग फीट शेड क्षेत्र प्रदान किया।
- झारखंड के पांच स्वयं सहायता समूहों और पांच व्यक्तियों ने दिसंबर 2021 में टीएसएलपीएल के विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया था जिसमें उन्होंने मशरूम उत्पादन के गुण सीखे थे।
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2. ऑटो रिक्शा चलाकर आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं, यहां मिल रहा मुफ्त प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश के अमेठी में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें 10 दिन का रिक्शा चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण देने के साथ-साथ महिलाओं को लाइसेंस बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी।
- इस प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदन पत्र भरते समय आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और हाईस्कूल की मार्कशीट जमा करनी होगी।
- अमेठी में 250 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें 250 बैटरी चालित ऑटो रिक्शा उपलब्ध कराए जाएंगे। महिलाएं 50% सब्सिडी पर इसका लाभ उठा सकती हैं।
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3. दूधवाले की बेटी ने जीता गोल्ड मेडल, एशियन कुश्ती प्रतियोगिता में बनी चैंपियन
- राजस्थान के भीलवाड़ा की कशिश गुर्जर ने जॉर्डन की अमान सिटी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एशियन कुश्ती प्रतियोगिता में परचम लहराते हुए 43 किलोभार वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होनें भारत देश का नाम दुनिया में रोशन किया है।
- कशिश ने बताया कि उनके माता-पिता का कुश्ती को लेकर पूरा सपोर्ट रहा है, वह रोजाना सुबह शाम 3 से 4 घंटे कुश्ती की प्रैक्टिस करती है।
- कशिश गुर्जर के पिता दूध बेचने का काम करते है, उन्होनें अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और कोच बबलू गुर्जर को दिया।
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4. बुरहानपुर में महिला सरपंच ने बदली नाले की 'तस्वीर', शुरू करा दिया मिनी मॉल का निर्माण
- मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के लोनी ग्राम पंचायत की महिला सरपंच ने कई सालों से बह रहे नाले पर मिनी मॉल बनवा रही हैं।
- इस मिनी मॉल में 12 दुकानें बनाई जा रही हैं। महिला सरपंच ने स्थानीय स्तर पर नए और नवाचारी उपायों का उपयोग करके पंचायत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- स्थानीय लोग किराए से दुकान लेकर रोजगार से जुड़ेंगे। इससे गांव के युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
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5. महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनीं सौनिक
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी सुजाता सौनिक 30 जून 2024 को महाराष्ट्र की पहली महिला मुख्य सचिव बनी। वह 1987 बैच की अधिकारी है।
- सुजाता सौनिक ने कहा कि वह किसानों, महिलाओं, बच्चों और युवाओं को न्याय दिलाने के लिए विधानसभा के चल रहे मानसून सत्र में लिए गए रणनीतिक निर्णयों को लागू करने का प्रयास करेंगी।
- सुजाता सौनिक की उपलब्धि ने राज्य की प्रशासनिक सेवा में महिलाओं की भागीदारी को एक नया आयाम दिया है और जो एक प्रेरणादायक कदम है, और भविष्य में महिलाओं को उच्च पदों पर देखने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
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6. पति की मौत के बाद ये योजना बनी सहारा, गोड्डा की जायल ने शुरू किया कारोबार, बदल गई जिंदगी
- झारखंड के गोड्डा की जायल खातून लहठी कंगन बनाने का कारोबार शुरू करके रोजाना तीन से चार महिलाओं को रोजगार देने के साथ - साथ स्वयं भी 15000 रुपए तक की आमदनी कर रही है।
- जायल खातून ने बताया कि उन्होनें JSLPS से 50,000 रुपए लोन लेकर लहठी कंगन बनाने का कारोबार शुरू किया, और वह रोजाना 100-150 सेट लहठी तैयार करती है।
- जायल ने बताया कि उनके पति को गुजरे वर्षों बीत चुके है और परिवार का भरण पोषण करना काफी मुश्किल होता था, जिसके बाद उन्होने JSLPS के कलाम पाक महिला आजीविका सखी मंडल से जुड़कर ऋण लिया और काम शुरू किया।
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7. 10 हजार रुपए के लोन ने बदली रजनी की किस्मत, अब खुद का खड़ा किया लाखों का कारोबार
- उत्तर प्रदेश में मेरठ के जाहिदपुर की रजनी ने अचार बनाने की विशेष ट्रेनिंग प्राप्त करके सरकारी बैंक से 10,000 रुपये लोन लेकर स्वरोजगार शुरू करके 15 महिलाओं को रोजगार दिया है।
- रजनी ने बताया कि, वह नींबू, आम, मिर्च, आंवला, मुरब्बा सहित कई वैरायटी के अचार आर्डर के अनुसार बनाती है। उनके द्वारा बनाया गया अचार कई राज्यों में सप्लाई होता है।
- रजनी कहती है कि अब उन्हें कुंतल के कुंतल अचार के आर्डर मिलते है, जिसके माध्यम से वह सालाना लाखों रुपए की कमाई कर रही है।
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8. इस बिजनेस ने बदल डाली महिला की किस्मत, लाखों में पहुंची इनकम, लोगों को दे रही रोजगार
- बिहार मे बाँका की सबनम कुमारी उद्यमी योजना का लाभ लेकर मसाले का बिजनेस शुरु करके लोगों को रोजगार देने के साथ साथ महीने की 50000 की कमाई कर रही है।
- सबनम ने बताया कि, उन्होनें 2021में मुख्यमंत्री अति पिछड़ा उद्यमी योजना के तहत 10 लाख की अनुदानित राशि से मसाले का उद्योग शुरू किया। वर्तमान समय में वह दर्जनों मसाले 50 ग्राम से लेकर 10 किलो तक खुद का अपने ब्रांड बनाकर बांका से अन्य राज्यों में सीलिंग कर रही है।
- शबनम कुमारी ने बताया कि धनिया, हल्दी, मिर्च, काली मिर्च, जीरा, गरम मसाला, चिकन मसाला, मटन मसाला मिक्स मसाला का पाउडर के अलावा दर्जनों मसाले हमारे उद्योग में तैयार किए जाते है। जिसकी सेलिंग बांका भागलपुर जमुई मुंगेर पूर्णिया के अलावे सीमावर्ती राज्य झारखंड के देवघर गोड्डा दुमका सीलिंग की जाती है।
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