Jan 01, 1970 | Women Empowerment | Daily Report |
Women Empowerment | News Count (10639) | |
1 | Government Schemes for women -> Scheme for pregnant Women | 112 |
2 | Government Schemes for women -> Women Safety | 118 |
3 | Women In Services -> Women In Medicine | 108 |
4 | Government Schemes for women -> Schemes for Women Employment | 380 |
5 | Government Schemes for women -> Schemes For Divyang Women | 15 |
6 | Women In Services -> Women In Judiciary | 88 |
7 | Transgender People -> Transgenders Helping People | 49 |
8 | Women In Services -> Women Entrepreneur | 336 |
9 | Women In Services -> Women as Social Workers | 173 |
10 | Women In Services -> Women In SHG | 935 |
11 | Non-Governmental Schemes -> Schemes By Educational Institutes | 24 |
12 | Government Schemes for women -> Actions on superstition | 48 |
13 | Women In Services -> Women In Literature | 25 |
14 | Women In Services -> Women In Education | 222 |
15 | Women In Services -> Women In Politics / Panchayat | 204 |
16 | Women In Services -> Women In Sports | 1525 |
17 | Government Schemes for women -> Schemes for Transgender | 56 |
18 | Inspiring Women -> Life For Society | 89 |
19 | Non-Governmental Schemes -> Schemes By Corporates | 84 |
20 | Women in Defence -> Women In Navy | 59 |
21 | Women in Farming -> Women In Allied Activities | 366 |
22 | Government Schemes for women -> Awareness | 47 |
23 | Inspiring Women -> women after 1947 to 2000 | 89 |
24 | Non-Governmental Schemes -> Achievements of Women/Divyang Women | 85 |
25 | Government Schemes for women -> Tribal Women | 38 |
26 | Women in Defence -> Women In Police Force | 341 |
27 | Women in Defence -> Women In Crime Branch | 4 |
28 | Government Schemes for women -> Schemes for Old Women and Widows | 30 |
29 | First Women -> First of her kind | 593 |
30 | Brave Women -> Women Saving Others | 48 |
31 | Women in Defence -> Women In Air Force | 102 |
32 | Service During COVID_19 -> Corona Warriors (Doctors, Nurses, Amblulance Drivers, Health Workers) | 18 |
33 | Startups and innovations by women -> Innovation by Women | 180 |
34 | Government Schemes for women -> Schemes For Women Farmers | 73 |
35 | Service During COVID_19 -> Woman saved Life in Corona | 47 |
36 | Service During COVID_19 -> Awareness, Motivation, Vaccination Camps | 3 |
37 | Non-Governmental Schemes -> Schemes By NGOs | 71 |
38 | Transgender People -> Jobs / Schemes / Laws for Transgenders | 194 |
39 | Transgender People -> Achievements of Individual Transgenders | 118 |
40 | Inspiring Women -> Women 1858 to 1947 | 20 |
41 | Transgender People -> Vaccination of Transgenders | 12 |
42 | Service During COVID_19 -> Free Service (Food, Masks, Equipment, Body Donation) | 37 |
43 | Government Schemes for women -> Schemes For Entrepreneurs | 144 |
44 | Women in Defence -> Women Forest Officers | 24 |
45 | Women in Defence -> Women In Army | 220 |
46 | Transgender People -> Self-Employed Transgenders | 30 |
47 | Women In Services -> Women In Science | 76 |
48 | Women in Farming -> Women In Organic Farming | 384 |
49 | Non-Governmental Schemes -> National & International Awards to Common Women | 13 |
50 | Government Schemes for women -> Schemes for Girls | 294 |
51 | Inspiring Women -> Women in 21st Century | 1443 |
52 | Brave Women -> Women Defending Self | 23 |
53 | Inspiring Women -> Vedic Women | 16 |
54 | Government Schemes for women -> Schemes for handicapped Women | 2 |
55 | Service During COVID_19 -> Vaccination | 9 |
56 | Inspiring Women -> Women before 1857 | 49 |
57 | Startups and innovations by women -> Startups by Women | 746 |
41. इस महिला ने 3500 महिलाओं को दिया रोजगार, इनके आर्टिकल की विदेशों में भी मांग, 108 काली वाला घाघरा है सबसे खास
- झुंझुनू के छोटे से गांव की रहने वाली अनीता कंवर ने 2003 में सत्यम शिवम सुंदरम नाम से अपनी संस्था की शुरुआत की थी। लेकिन अब जब विदेश तक इनके आर्टिकल ने अपनी पहचान बनाई है तो इन्होंने अपनी संस्था का नाम लालर रख लिया है।
- लालर नाम से आज अनीता के आर्टिकल विदेश में भी पहचाने जाते हैं। इनमें से सबसे खास इनका 108 काली का घाघरा है जिसे विशेष तौर पर महिलाएं बाहर से आकर लेकर जाती हैं। अनीता कंवर ने 3500 महिलाओं को रोजगार दे रखा है।
- अनीता ने महिलाओं को महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाले लगभग विभागों से मदद दिलवाई है। जिनमें उद्योग आधार से उन्होंने पांच ₹5 लाख तक का लोन दिलवाकर उनके स्वयं की बुटीक भी शुरू करवाई है। उनके साथ काम करने वाली महिलाओं के द्वारा हैंडीक्राफ्ट आर्टिकल्स तैयार किए जाते हैं।
To Find 337 such incidents of Women Entrepreneur, Click here
42. 24 साल पहले आदिवासी महिलाओं ने शुरू किया था ये स्टार्टअप, आज विदेशों तक मिल चुकी है पहचान, तगड़ी कमाई
- राजस्थान के सिरोही जिले के सियावा गांव की टीपू देवी ने 24 वर्ष पहले अपने गांव की कुछ महिलाओं के साथ मिलकर आदिवासी मिट्टी शिल्प फेडरेशन स्टार्टअप शुरू किया। आज उनका सालाना टर्न ओवर 35-40 लाख रुपए है।
- टीपू देवी गरासिया के केंद्र पर तैयार होने वाली कलाकृतियां चीन, इटली, स्विट्जरलैंड, पेरिस और सिंगापुर की प्रदर्शनी में लोगों को दिखाई गयी। उनकी यह मूर्तियां देश के विभिन्न राज्यों के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा व फ्रांस आदि देशों में भी एक्सपोर्ट होती है।
- टीपू देवी ने बताया कि आदिवासी महिलाएं केंद्र से कच्चा माल अपने साथ घर ले जाकर अपने हाथों से मूर्तियां तैयार करती है। जिसके बाद केंद्र पर लाकर प्रशिक्षित आदिवासी महिला पेंटर रंगों से इसे सजाती है। इससे महिलाओं को घर बैठे ही महीने की 7-8 हजार रुपए की कमाई कर रही है।
To Find 746 such incidents of Startups by Women, Click here
43. 1987 में अर्थशास्त्र से किया ग्रेजुएशन, फिर इस महिला किसान ने शुरू की खास सब्जी की खेती, गजब की कमाई
- बिहार के समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के हेतनपुर गांव की किसान चंद्रकांता कुमारी ने 15 कट्ठा जमीन पर कुंजरी की खेती करके रोजाना डेढ़ क्विंटल से ज्यादा उत्पादन कर रही है, जिससे रोजाना 2000 रुपए का मुनाफा कमा रही है।
- चंद्रकांता कुमारी ने बताया कि, उन्हें 1987 में अर्थशास्त्र में स्नातक करने के बाद सरकारी नौकरी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने इस चुनौती का सामना करते हुए, अपना ध्यान बच्चों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की ओर लगाया, और फिर सब्जी की खेती में कदम रखा।
- चंद्रकांता ने बताया कि उन्हें अपनी ऊपज को सीधे बाजार में बेचने पर अतिरिक्त 5 रुपए मिलते है, और स्थानीय व्यापारियों को बेचने पर 5 रुपए की कटौती होती है। वर्तमान में ग्राहक उनकी ताजा ऊपज 20 से 25 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत पर खरीदते है।
To Find 366 such incidents of Women In Allied Activities , Click here
44. छत्तीसगढ़ की पहली जेसीबी वूमेन को एक्सपो के लिए जापान से बुलावा, मुख्यमंत्री ने कहा जापान जाने सामान पैक कर लीजिए, हम आपको भेजेंगे टोक्यो
- छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की दमयंती सोनी ( 61 साल ) छत्तीसगढ़ की पहली जेसीबी चलाने वाली महिला है। जो न केवल फर्राटे से जेसीबी चलाती है, अपितु देशभर के एक्सपो में भी भाग लेती है और अब उन्हें जापान से बुलावा आया है ।
- दमयंती सोनी ने बताया कि, वर्ष 2012 में पति के निधन के बाद से वह जेसीबी चला रही है। उन्होंने देशभर में अनेक एक्सपो में भाग लिया है और वह इस संबंध में अनेक कंपनियों के साथ काम कर रही है।
- दमयंती कुछ आर्थिक दिक्कतों की वजह से एक्सपो में शामिल नहीं हो पा रही थी, और उन्होंने अपनी दिक्कत मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया और कहा आप छत्तीसगढ़ का नाम देशभर में रोशन कर रही है, आप सामान पैक करें, सरकार आपको जापान भेजेगी।
To Find 1443 such incidents of Women in 21st Century, Click here
45. NECTAR और जवाहरलाल नेहरू कॉलेज ने बोको में महिला बैच के उद्घाटन के साथ असम का पहला ड्रोन पायलट प्रशिक्षण केंद्र शुरू
- असम में कामरूप जिले के जवाहरलाल नेहरू कॉलेज, बोको में 25 जून 2024 को पहले महिला बैच के साथ ड्रोन पायलट के नाम से मशहूर RPTO (रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन) की स्थापना की। असम में पहली बार कॉलेज स्तर पर ड्रोन ट्रेनिंग शुरू की गयी।
- नेक्टर के महानिदेशक डॉ. अरुण कुमार सरमा ने कहा कि प्रशिक्षण का पहला बैच मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और असम से आई महिलाओं के लिए आयोजित किया जाएगा। जिसमें पांच राज्यों की कुल 10 महिलाओं को केंद्र सरकार की ड्रोन दीदी योजना के तहत पांच दिवसीय निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाऐगा।
- कॉलेज के प्राचार्य डॉ. तपन दत्ता ने कहा, “असम के सिलचर में बाढ़ मानचित्रण और आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसलिए ड्रोन से काफी संभावनाएं है।”
To Find 596 such incidents of First of her kind , Click here
46. अक्ष मोहित कंबोज को इंडिया बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया
- श्रीमती अक्ष मोहित कंबोज को 22 जून, 2024 से प्रभावी इंडिया बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी यह ऐतिहासिक नियुक्ति स्वर्ण और आभूषण क्षेत्र में प्रतिष्ठित पद को धारण करने वाली पहली महिला के रूप में उन्हें चिह्नित करती है।
- श्रीमती कंबोज को कोलकाता क्रिकेट टीम के टाइगर्स के सह-मालिक व एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनके नेतृत्व के लिए जाना जाता है।
- श्रीमती कंबोज के नेतृत्व में आईबीजेए की रणनीतिक पहल से आगे बढ़ाने, पारदर्शिता, नैतिकता और उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित करेगा।
To Find 596 such incidents of First of her kind , Click here
47. भारत की पहली लाइसेंस प्राप्त गहरे समुद्र की मछुआरिन अब जीविका के लिए क्लैम शैल चुन रही
- केरल में त्रिशूर के चेट्टुवा की रेखा कार्तिकेयन ने भारत के गहरे समुद्रों में मछली पकड़ने का लाइसेंस प्राप्त करने वाली पहली महिला के रूप में इतिहास बनाया है।
- रेखा कार्तिकेयन ने बताया कि तटरक्षक बल द्वारा बचाव अभियान के दौरान, उनकी रस्सी टूट गई, जिससे नाव डूब गई, और उन्होंने दो इंजन और मछली पकड़ने के जाल भी खो दिए। उन्होंने फिर सामाजिक विरोध और उत्पीड़न का सामना करते हुए मछली पकड़ने की यात्रा शुरू की।
- रेखा कार्तिकेयन ने बताया कि, वह चेट्टुवा के तटीय गांव में सीप की तलाश में रेतीले इलाके की खोजबीन करके उन्हें एक कोने में जमा करती है, और सीपों को छांटती है और जिन्हें कुचल कर प्राकृतिक खाद के रूप में बेचा जाएगा और अन्य उद्देश्यों के लिए भी उपयोग किया जा सकेगा।
To Find 596 such incidents of First of her kind , Click here
48. Paris Olympics: 14-year-old Dhinidhi and Srihari get 'Universality Quota' to represent India in swimming
- The Swimming Federation of India (SFI) has selected 14-year-old Dhinidhi Desinghu from Karnataka to represent India at the Paris 2024 Olympic Games under the "Universality Quota".
- Dhinidhi will compete in the women's 200m freestyle. She is the youngest athlete in the Indian contingent for the Paris Games.
- Under the universality quota rule, the NOC of a qualified athlete or relay team can enter two athletes – one female and one male – in each event.
To Find 1525 such incidents of Women In Sports, Click here
49. सड़क दुघर्टना से लाखों लोगों की जान बचा चुकी हैं ये डॉक्टर, पद्मश्री से हैं सम्मानित
- जयपुर की डॉ. माया टंडन 30 सालों से सड़क सुरक्षा को लेकर 'बेसिक लाइफ सेविंग' पर प्रशिक्षण दे रही हैं। टंडन वर्ष 1995 में जयपुर के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक पद पर कार्य कर चुकी हैं और सेवानिवृत्त के बाद 2014 से वह ट्रस्ट हैं।
- डॉ. माया टंडन ने एसएमएस हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट रही हैं और कई सालों तक प्रोफेसर के रूप में बच्चों को पढ़ाया भी हैं, माया टंडन पुलिस विभाग के साथ मिलकर सड़क दुघर्टनाओं के लिए काम करती हैं।
- डॉ. माया टंडन को उनके सड़क दुघर्टना के प्रशिक्षण के अतुलनीय कार्य के लिए पद्मश्री से नवाजा गया था, साथ ही उन्हें इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन सेफर मोबिलिटी में भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
To Find 108 such incidents of Women In Medicine, Click here
50. मंजू ने दोस्त की सलाह पर शुरू किया बकरी पालन, अब हर महीने इतनी होती है आमदनी
- बिहार के बेगूसराय ज़िले के तेघरा प्रखंड की मंजू कुमारी कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर से बकरी पालन की ट्रेनिंग लेकर अपने फॉर्म में बकरी पालन शुरू करके महीने में 70 हज़ार की कमाई कर रही है।
- मंजू कुमारी ने बताया कि उन्होनें अपने दोस्तों की सलाह पर बकरी पालन की शुरूआत की,एक बार जब लोगों को पता लगता है कि यहां बकरा बिकता है तो फिर ग्राहक उनके फॉर्म में खुद पहुंचते है।
- मंजू कुमारी ने कहा मांस के लिए पाली जाने वाली बंगाली नस्ल के बकरियों का कामकाज शुरू करने के लिए उन्होंने जीविका से 1.50 लाख रूपए का लोन लेकर व्यवसाय में कदम रखा।
To Find 366 such incidents of Women In Allied Activities , Click here